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Michael Collins Apollo 11

20 जुलाई 1969 – यह तारीख मानव इतिहास की सबसे महान उपलब्धियों में दर्ज है। अपोलो 11 मिशन के तहत नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर पहला कदम रखा और उनके बाद बज़ एल्ड्रिन भी चांद की सतह पर उतरे। लेकिन उसी समय, मिशन का तीसरा सदस्य माइकल कॉलिन्स चांद के ऑर्बिट में अकेले चक्कर लगा रहे थे।

उनका काम था – कमांड मॉड्यूल “कोलंबिया” को सुरक्षित रूप से चंद्रमा की कक्षा में बनाए रखना। जब उनके साथी चांद पर उतरकर इतिहास रच रहे थे, कॉलिन्स उन क्षणों में पृथ्वी से पूरी तरह कट जाते थे। खासकर जब मॉड्यूल चांद के पिछली ओर पहुँचता, तब वे पूरे ब्रह्मांड में अकेले इंसान होते। यही वजह है कि उन्हें इतिहास में “The Loneliest Man in History” कहा गया।

माइकल कॉलिन्स कौन थे?

माइकल कॉलिन्स का जन्म 31 अक्टूबर 1930 को रोम (इटली) में हुआ था। उनके पिता अमेरिकी सेना में उच्च पद पर कार्यरत थे। कॉलिन्स का बचपन सैन्य वातावरण में बीता, और बचपन से ही उन्हें विमान उड़ाने और अंतरिक्ष की दुनिया में गहरी रुचि थी।

उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका की वायुसेना (U.S. Air Force) में प्रशिक्षण लिया और वहाँ से उड़ान भरने के कौशल में माहिर हुए। यही पृष्ठभूमि उन्हें NASA तक लेकर आई। 1963 में वे NASA के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम का हिस्सा बने।

अपोलो 11 मिशन और कॉलिन्स की भूमिका

अपोलो 11 मिशन में नील आर्मस्ट्रांग और बज़ एल्ड्रिन को चांद पर उतरना था। लेकिन इस मिशन की सफलता कॉलिन्स की भूमिका पर भी पूरी तरह निर्भर थी।

उनका असली काम

  • कमांड मॉड्यूल “Columbia” को चंद्रमा की कक्षा में सुरक्षित रखना।
  • तकनीकी सिस्टम और नेविगेशन पर लगातार नज़र रखना।
  • आर्मस्ट्रांग और एल्ड्रिन के चांद से लौटने पर मॉड्यूल से मिलाना।

यह जिम्मेदारी उतनी ही कठिन और खतरनाक थी जितनी चांद पर उतरना।

सबसे अकेला इंसान” का अनुभव

जब मॉड्यूल चांद के पिछली ओर पहुंचता, तो पृथ्वी से कोई रेडियो सिग्नल नहीं मिलता था। उस समय कॉलिन्स से न NASA बात कर सकता था और न ही उनके साथी।

वह क्षण

  • न कोई आवाज़
  • न कोई संदेश
  • चारों ओर सिर्फ अंधकार और सन्नाटा

उन क्षणों में कॉलिन्स सचमुच ब्रह्मांड का सबसे अकेला इंसान थे। बाद में उन्होंने कहा था:
“I am not lonely. I feel secure, knowing that my mission is essential for the success of Apollo 11.”

चांद पर न उतर पाने की भावनाएँ

बहुत से लोग सोचते हैं कि क्या कॉलिन्स को दुख हुआ कि वे चांद पर नहीं उतर पाए?
लेकिन उन्होंने हमेशा यही कहा कि उन्हें कोई पछतावा नहीं है। वे अपने रोल से संतुष्ट थे। उनका मानना था कि – “हर मिशन की सफलता टीमवर्क पर निर्भर है। और मेरी भूमिका उतनी ही जरूरी थी जितनी आर्मस्ट्रांग और एल्ड्रिन की।”

धरती पर वापसी और सम्मान

अपोलो 11 मिशन सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद कॉलिन्स और उनकी टीम धरती पर लौटे। तीनों अंतरिक्ष यात्री विश्वभर में नायक बन गए।

  • उन्हें राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने व्हाइट हाउस में सम्मानित किया।
  • पूरी दुनिया में उनका स्वागत हुआ।
  • उनकी किताबें और व्याख्यान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहे।

नासा छोड़ने के बाद का जीवन

1970 में कॉलिन्स ने नासा को अलविदा कहा। इसके बाद उन्होंने अमेरिकी सरकार और म्यूज़ियम प्रबंधन में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।

  • वे वॉशिंगटन D.C. स्थित National Air and Space Museum के पहले निदेशक बने।
  • बाद में वे एयरोस्पेस इंडस्ट्री में भी जुड़े रहे।
  • उन्होंने कई किताबें लिखीं, जिनमें “Carrying the Fire” सबसे प्रसिद्ध है।

अंतिम दिन और निधन

28 अप्रैल 2021 को माइकल कॉलिन्स का निधन कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद हुआ। वे 90 वर्ष के थे। अपने अंतिम दिनों में वे परिवार के साथ शांतिपूर्वक रहे।

उनकी मृत्यु पर पूरी दुनिया ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके साथी बज़ एल्ड्रिन ने ट्वीट किया:
“Dear Mike, wherever you have been or will be, you will always have the Fire to carry us forward into the future.”

माइकल कॉलिन्स की विरासत

माइकल कॉलिन्स का नाम भले ही आर्मस्ट्रांग और एल्ड्रिन जितना मशहूर न हो, लेकिन उनका योगदान अमूल्य है।

उनकी विरासत:

  • साहस और धैर्य का प्रतीक
  • टीमवर्क और निस्वार्थ समर्पण का उदाहरण
  • भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करने वाला एक नाम

FAQs

Q1. माइकल कॉलिन्स को “The Loneliest Man in History” क्यों कहा जाता है?
क्योंकि अपोलो 11 मिशन के दौरान जब वे चांद के पिछली ओर होते, तब उनसे न NASA संपर्क कर पाता और न ही उनके साथी। उस समय वे पूरे ब्रह्मांड में अकेले इंसान होते।

Q2. क्या माइकल कॉलिन्स कभी चांद पर उतरे थे?
नहीं, वे चांद की सतह पर नहीं उतरे। उनका काम था कमांड मॉड्यूल को चंद्रमा की कक्षा में सुरक्षित उड़ाना।

Q3. माइकल कॉलिन्स का निधन कब हुआ?
28 अप्रैल 2021 को 90 वर्ष की उम्र में कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद उनका निधन हुआ।

Q4. अपोलो 11 मिशन में कॉलिन्स की सबसे बड़ी जिम्मेदारी क्या थी?
उनका सबसे महत्वपूर्ण कार्य था – कमांड मॉड्यूल को सुरक्षित रखना और आर्मस्ट्रांग व एल्ड्रिन को वापस मॉड्यूल से जोड़ना।

Q5. कॉलिन्स की सबसे प्रसिद्ध किताब कौन-सी है?
उनकी आत्मकथा “Carrying the Fire” सबसे मशहूर है, जिसे अंतरिक्ष यात्रा की सबसे बेहतरीन किताबों में गिना जाता है।

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